आप सभी धन की देवी यानी की माता लक्ष्मी के बारे में तो जानते ही होंगे, आप सभी माता लक्ष्मी की पूजा भी करते होंगे, ताकि आपको उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सके। लेकिन क्या आपको धन के देवता के बारे में मालूम है। दोस्तों हम बात कर रहे हैं कुबेर देव की, अगर आपको अभी तक कुबेर देव के बारे में नहीं पता था, तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुबेर देव के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं, आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कुबेर देव कौन है? साथ ही साथ हम आपको कुबेर देव के तीन प्रिय और प्रभावशाली ऐसे मंत्रों के बारे में भी बताएंगे, जिसका जाप करके आप उन्हें आसानी से प्रसन्न कर सकते हैं। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और शुरू करते हैं।
कौन है कुबेर देव?
तो दोस्तों जैसा कि सभी को मालूम है कि धन की देवी माता लक्ष्मी है, जिनकी कृपा से हमें धन संपत्ति की प्राप्ति होती है। लेकिन हम आपको बता दें, कि हिंदू धर्म में धन के राजा या फिर धन के देवता का जो खिताब है वह कुबेर देव को ही मिला है, यानी कि कुबेर देव ही धन के राजा है। कहां जाता है कि जिसके ऊपर कुबेर देव की कृपा होती है, उस व्यक्ति को कभी भी धन संपत्ति की समस्या नहीं होती। इसलिए अगर आपको भी धन की कमी है, तो आपको Kuber Chalisa करनी चाहिए। नीचे हम तीन ऐसे प्रभावशाली मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका जाप करके आप आसानी से कुबेर देव को प्रसन्न करके उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
कुबेर देव के तीन प्रभावशाली मंत्र
1:ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
इस मंत्र को अमोघ मंत्र कहा जाता है, कहा जाता है कि यह कुबेर जी को बहुत ही ज्यादा प्रिय है, इस मंत्र में कल मिलकर 35 अक्षर है, और अगर आप इस मंत्र का जाप लगातार 3 महीने तक करते हैं, तो इससे आपको किसी भी प्रकार की धन की समस्या नहीं होती,और आपको कुबेर जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसका जाप आपको दक्षिण दिशा में मुख रखकर 108 बार करना चाहिए।
2:तीसरा मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥
यह मंत्र भी कुबेर देव को बहुत ही ज्यादा प्रिय है, असल में यह मंत्र धन प्राप्ति हेतु किया जाता है, इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को बहुत ही ज्यादा सुख सौभाग्य की प्राप्ति होती है, साथ ही साथ उसे बहुत ही ज्यादा धन संपत्ति की भी प्राप्ति होती है।
3:ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
यह मंत्र कुबेर जी के साथ-साथ लक्ष्मी जी को भी प्रिय है, यानी कि इस मंत्र का जाप करके आप कुबेर और लक्ष्मी जी दोनों की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, इस मंत्र को आपको शुक्रवार के रात को करना चाहिए, जिससे कि आपको बहुत ही ज्यादा ऐश्वर्या और सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
कुबेर जी की पूजा कब करनी चाहिए?
जैसा की सभी देवी देवताओं की पूजा का एक विशेष दिन होता है, उसी प्रकार कुबेर जी की बात करें, तो कुबेर जी की पूजा विशेष तौर पर धनतेरस के दिन की की जाती है, क्योंकि कुबेर जी को धन का देवता माना जाता है, और धनतेरस के दिन इनकी पूजा करने से हमें बहुत ही ज्यादा सौभाग्य और धन संपत्ति की प्राप्ति होती है, इसलिए धनतेरस के दिन कुबेर जी की पूजा अवश्य करें।
Conclusion
तो यहां हमने आपको उन तीन प्रभावशाली मंत्रों के बारे में बताया, जो की कुबेर जी को बहुत ही ज्यादा प्रिय हैं। तो इन मंत्रों का जाप आपको कुबेर जी की पूजा करने के दौरान कर सकते हैं, जिससे कि आपको कुबेर जी की कृपा अवश्य प्राप्त होगी। जिससे कि आपको भी अपने जीवन में कभी धन संपत्ति या फिर पैसों की तंगी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।