तो दोस्तों आप सभी अपने घर में संतोषी माता की पूजा तो करते ही होंगे, और आप उनकी पूजा करने वाले दिन व्रत भी रखते होंगे। तो क्या आप व्रत वाले दिन संतोषी माता के व्रत कथा का पाठ करते हैं। अगर नहीं, तो आज का यह आर्टिकल पूरा पढ़ने के बाद आप भी शुक्रवार संतोषी माता व्रत कथा का पाठ करने लगेंगे। क्योंकि आज हम आपको बताएंगे कि संतोषी माता व्रत कथा क्या है, इसे कैसे किया जाता है, और इससे आपको क्या-क्या फायदे होते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं।
संतोषी माता व्रत कथा क्या है?
यह एक व्रत कथा है जिसका पाठ शुक्रवार को व्रत करने पर संतोषी माता को प्रसन्न करने हेतु किया जाता है। हम आपको बता दें कि हिंदू धर्म के अनुसार शुक्रवार का दिन संतोषी माता को समर्पित होता है, और इस दिन माता की पूजा की जाती है, जिसके लिए कई लोग व्रत भी रखते हैं। इस दिन माता की पूजा करने के बाद Santoshi Mata Chalisa का पाठ किया जाता है, उसे ही हम संतोषी माता व्रत कथा कहते हैं। कहा जाता है कि इस व्रत कथा का पाठ करने से व्यक्ति को बहुत ही ज्यादा सौभाग्य की प्राप्ति होती है, और उस व्यक्ति से संतोषी माता बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होती है।
संतोषी माता व्रत कथा करने की विधि?
तो दोस्तों अगर आप भी संतोषी माता को प्रसन्न करने के लिए शुक्रवार के दिन व्रत करते है तो चलिए हम आपको संतोषी माता के व्रत कथा का पाठ करने की विधि के बारे में जानकारी दे देते हैं।
संतोषी माता के व्रत कथा का पाठ करने के लिए सबसे पहले आपको एक पात्र लेना है और उसमें जल भर देना है। उसके बाद आपको उस पात्र के ऊपर एक कटोरी में गुड़ और भुने हुए चने रखने हैं। उसके बाद आपको एक दीपक जलाना है, और अपने हाथ में थोड़ी मात्रा में गुड़ और भुने हुए चने रख लेने हैं। उसके बाद आपको एक स्थान पर बैठ जाना है, और अपने आगे दीपक और जल के पात्र को रखना है, और संतोषी माता के शुक्रवार के व्रत कथा का पाठ करना है। जब आप कथा का पाठ पूरा कर लें, उसके बाद आप संतोषी माता को भोग लगाए और सबसे पहले संतोषी माता के माता-पिता यानी कि गणेश जी और रिद्धि सिद्धि की आराधना करें। तो इस प्रकार से आप हर शुक्रवार के दिन व्रत रखकर संतोषी माता के व्रत कथा का पाठ करके आसानी से उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं।
संतोषी माता व्रत कथा का पाठ करने के फायदे
दोस्तों हम आपको बता दें कि संतोषी माता को शक्ति की देवी माना जाता है, उनका जन्म शुक्रवार को हुआ था, तो ऐसे में अगर आप शुक्रवार के दिन व्रत करते हैं, और व्रत कथा का पाठ करते हैं, तो माता संतोषी आपकी सभी पीड़ाओं को हर लेती है, और आपको अपना आशीर्वाद अर्थात शक्ति प्रदान करती है। इतना ही नहीं संतोषी माता की कृपा से व्यक्ति की हर मनोकामना भी पूर्ण होती है। तो ऐसे में अगर आप भी चाहते हैं कि आप संतोषी माता को प्रसन्न करें, तो हमारे द्वारा बताया के तरीके से शुक्रवार के दिन व्रत करके शुक्रवार संतोषी माता व्रत कथा का पाठ कर सकते हैं।
Conclusion
तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको शुक्रवार संतोषी माता व्रत कथा के बारे में पूरी जानकारी दी है, तो अगर आप 16 शुक्रवार व्रत करने के बारे में सोच रहे हैं, तो उन सभी शुक्रवार के दिन संतोषी माता व्रत कथा का पाठ करना ना भूले।