भगवान परशुराम के बारे में 10 रोचक तथ्य

0 minutes, 0 seconds Read

तो दोस्तों आप सभी को हमारे हिंदू धर्म में पूजे जाने वाले एक ऐसे देवता, जिनका नाम परशुराम है, उनके बारे में जानकारी तो होगी ही। आपने कभी ना कभी इनका नाम तो सुना ही होगा। अगर आपको इनके बारे में नहीं पता है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको यह तो बताएंगे ही की आखिर परशुराम जी कौन है, इसी के साथ हम आपको परशुराम जी के बारे में 10 रोचक तथ्य के बारे में भी जानकारी प्रदान करेंगे। इसलिए ये सब जानने के लिए इस आर्टिकल में आखिरी तक बने रहे, तो चलिए आगे बढ़ते हैं और शुरू करते हैं।

परशुराम जी कौन है?

तो दोस्तों हम आपको बता दें कि परशुराम जी को विष्णु जी की का ही अवतार माना जाता है, परशुराम जी को विष्णु जी का छठा अवतार माना जाता है, रामायण और विष्णु पुराण के अनुसार परशुराम जी का मूल नाम राम ही था, लेकिन शिव जी के द्वारा परशुराम जी को एक अस्त्र (परशु)  प्रदान किए जाने के कारण ही इनका नाम परशुराम पड़ा। हम आपको बता दें की परशुराम जी बहुत ही बड़े शास्त्र विद्या के गुरु थे, इन्होंने भीष्म, कर्ण जैसे महान योद्धाओं को शास्त्र विद्या का ज्ञान प्रदान किया है। परशुराम जी का जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ था, इनके पिता का नाम जमदग्नि और उनके माता का नाम रेणुका था। चलिए आगे बढ़ते हैं और आपको परशुराम चालीसा और परशुराम जी के बारे में 10 रोचक तथ्यों के बारे में बताते हैं।

भगवान परशुराम जी के बारे में 10 रोचक तथ्य

1: परशुराम जी इतने ज्यादा कर्तव्यनिष्ट थे, कि उन्होंने अपने पिता के कहने पर स्वयं अपने ही माता का सर थड़ से अलग कर दिया था।

2: हम आपको बता दें कि परशुराम जी विष्णु जी के छठे अवतार है जिन्हे की चिरंजीवी का वरदान मिला है, यानी कि आज वह इस धरती पर मौजूद है और हमारी रक्षा कर रहे हैं।

3: एक बार जब परशुराम जी शिव जी से मिलने कैलाश पर्वत गए थे, तब गणेश जी ने उन्हे शिवजी से मिलने से रोका था, जिससे क्रोधित होकर परशुराम जी ने गणेश जी का एक दांत तोड़ दिया था।

4: कर्ण द्वारा झूठ बोलकर परशुराम जी से शस्त्र विद्या सीखने के कारण परशुराम जी ने कर्ण को ये श्राप दिया था, कि वक्त आने पर तुम इस विद्या को भूल जाओगे, और हुआ भी यही था।

5: परशुराम जी ने कई शुरवीरो को शस्त्र विद्या का ज्ञान दिया है। उनके शिष्यों में कर्ण, द्रोणाचार्य और भीष्म पितामाह शामिल है।

6: जब श्री राम जी ने परशुराम जी का धनुष तोड़ा था, उसके बाद श्री राम जी ने परशुराम जी का सम्मान करते हुए उन्हें अपना सुदर्शन चक्र सौंपा था, जिसे की परशुराम जी ने द्वापर युग में पुन: श्री कृष्ण जी को सौंप दिया था।

7: कहा जाता है कि एक बार परशुराम और भीष्म पितामह के बीच ही युद्ध हो गया था, क्योंकि परशुराम जी स्वयं भगवान के अवतार थे, और भीष्म पितामाह को अपनी इच्छा अनुसार मृत्यु का वरदान मिला था, इसलिए इस युद्ध का परिणाम कुछ भी नहीं निकला।

8: कहां जाता है की कलयुग के अंत में परशुराम जी फिर से धरती पर प्रकट होंगे, और विष्णु जी के कल्कि अवतार को शिक्षा दीक्षा व शस्त्र ज्ञान प्रदान करेंगे।

9: कहां जाता है कि परशुराम जी ने इस पृथ्वी में  21 बार क्षत्रियों का विनाश करके क्षत्रिय विहीन किया था।

10: वैसे तो परशुराम जी का जन्म ब्राह्मण कुल में हुआ था, लेकिन इसके बावजूद भी उनका यह अवतार बहुत ज्यादा क्रोधित, प्रचंड और तीव्र है।

webvk.in

Conclusion

तो दोस्तो उम्मीद है कि अब आपको परशुराम जी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो गई होगी, की वे कौन है, और वे किनका अवतार है। तो अगर आप भी परशुराम जी का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप इसके लिए उनकी आराधना करके आसानी से उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

Similar Posts